पेरिस 2024 ओलंपिक्स, जो 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चला, में भारत ने 117 खिलाड़ियों का दल भेजा था। ये दल पदक जीतने और खेलों के इतिहास में अमर होने के इरादे से मैदान में उतरा। इस ओलंपिक्स में भारत ने कुल छह पदक जीते – एक रजत और पांच कांस्य।
मनु भाकर का ऐतिहासिक प्रदर्शन
मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक्स में भारत के लिए पहला पदक जीता। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक हासिल कर भारत की पहली महिला बनीं जिन्होंने शूटिंग में ओलंपिक पदक जीता। इसके बाद उन्होंने एक और इतिहास रचा जब उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक हासिल किया। इसके साथ ही मनु भाकर एक ही ओलंपिक्स में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं।
शूटिंग में स्वप्निल कुसाले का योगदान
स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग में भारत के लिए तीसरा पदक जीता। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक हासिल किया। इस प्रदर्शन के साथ भारत ने ओलंपिक्स के एक संस्करण में शूटिंग में अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की।
भारतीय हॉकी टीम की वापसी
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो 2020 के प्रदर्शन को दोहराते हुए पेरिस 2024 में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।
नीरज चोपड़ा का रजत
नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में रजत पदक जीतकर सबसे सफल व्यक्तिगत भारतीय ओलंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
अमन सेहरावत की ऐतिहासिक उपलब्धि
रेसलिंग में अमन सेहरावत ने कांस्य पदक जीतकर भारत के सबसे युवा ओलंपिक पदक विजेता बने।
दिल टूटने वाले पल
हालांकि, इस ओलंपिक्स में भारत को पदक से ज्यादा निराशा का सामना करना पड़ा। भारत छह संभावित पदकों से चूक गया, जिसमें से कुछ बहुत ही करीबी अंतर से थे। लक्ष्य सेन, मीराबाई चानू और मनु भाकर, जो अपने तीसरे पदक के करीब थीं, चौथे स्थान पर रहीं।
विनेश फोगाट का ऐतिहासिक फाइनल से पहले अयोग्य ठहराया जाना भी भारत के लिए बड़ा झटका था।
खेलों में भारत की भागीदारी
पेरिस 2024 ओलंपिक्स में भारत का विभिन्न खेलों में 69 पदक इवेंट्स में भाग लेना खास था। भारत ने तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, घुड़सवारी, गोल्फ, हॉकी, जूडो, रोइंग, सेलिंग, शूटिंग, स्विमिंग, टेबल टेनिस और टेनिस जैसे खेलों में अपनी किस्मत आजमाई।
नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु, मीराबाई चानू, लोवलीना बोरगोहेन और कुछ प्रमुख हॉकी खिलाड़ियों ने पेरिस में पिछले ओलंपिक से वापसी की थी।
भारत के ओलंपिक पदक इतिहास की झलक
भारत ने अब तक ओलंपिक्स में कुल 41 पदक जीते हैं। 1900 के पेरिस ओलंपिक्स में नॉर्मन प्रिचार्ड ने दो रजत पदकों से भारत के पदक की शुरुआत की थी। स्वतंत्र भारत के लिए पहला व्यक्तिगत ओलंपिक पदक 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक्स में केडी जाधव ने रेसलिंग में कांस्य पदक जीता था। 2000 के सिडनी ओलंपिक्स में कर्णम मल्लेश्वरी ने भारोत्तोलन में कांस्य पदक जीतकर पहली भारतीय महिला ओलंपिक पदक विजेता बनीं।
2008 बीजिंग ओलंपिक्स में अभिनव बिंद्रा ने व्यक्तिगत इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। इसके बाद टोक्यो 2020 में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया।
हॉकी में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि
हॉकी में 13 पदकों के साथ, जिसमें आठ स्वर्ण शामिल हैं, यह खेल ओलंपिक में भारत के लिए सबसे बड़ा योगदानकर्ता रहा है। रेसलिंग ने भारत को आठ पदक दिलाए हैं।
पेरिस 2024 में भारत के पदक विजेता
खिलाड़ी का नाम | इवेंट | खेल | पदक |
---|---|---|---|
मनु भाकर | महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल | शूटिंग | कांस्य |
मनु भाकर-सरबजोत सिंह | मिक्स्ड टीम 10 मीटर एयर पिस्टल | शूटिंग | कांस्य |
स्वप्निल कुसाले | पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन | शूटिंग | कांस्य |
भारतीय हॉकी टीम | पुरुषों का इवेंट | हॉकी | कांस्य |
नीरज चोपड़ा | पुरुषों का भाला फेंक | एथलेटिक्स | रजत |
अमन सेहरावत | पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा | रेसलिंग | कांस्य |
पेरिस 2024 में भारत के पदक (खेल के अनुसार)
खेल | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल |
---|---|---|---|---|
एथलेटिक्स | 0 | 1 | 0 | 1 |
हॉकी | 0 | 0 | 1 | 1 |
शूटिंग | 0 | 0 | 3 | 3 |
रेसलिंग | 0 | 0 | 1 | 1 |
कुल | 0 | 1 | 5 | 6 |
पेरिस 2024 ओलंपिक्स में पदक तालिका
रैंक | देश | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल |
---|---|---|---|---|---|
1 | USA | 40 | 44 | 42 | 126 |
2 | चीन | 40 | 27 | 24 | 91 |
3 | जापान | 20 | 12 | 13 | 45 |
4 | ऑस्ट्रेलिया | 18 | 19 | 16 | 53 |
6 | फ्रांस | 16 | 26 | 22 | 64 |
71 | भारत | 0 | 1 | 5 | 6 |
भारत को इस ओलंपिक्स में जहां पदक मिले, वहीं कई जगह निराशा का सामना भी करना पड़ा। परंतु इन संघर्षों से सीखते हुए भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छूने का सपना लेकर यह दल घर लौटा।
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